रविवार, 2 जनवरी 2011

2010 का बॉलिवुड- कौन हिट कौन चित्त









साल 2010 में हिन्दी फिल्मों की बात की जाऐ तो यह साल कॉमेडी फिल्मों के नाम रहा।कॉमेडी फिल्मों की लंबी कतार ने वर्ष 2010 में बाँलिवुड को काफी चर्चा में बनाये रखा।2010 में कई नये चेहरों से भी बॉलिवुड का नाता जुड़ा इन नये चेहरों में से कई चेहरों ने अपनी कला के माध्यम से दर्शकों के दिलों में घर बना लिया। इनमें दर्शकों के दिलों में सबसे बड़ी जगह बनाने वाली कलाकारा थी बॉलिवुड़ के जाने-माने कलाकार शत्रुघन सिन्हा की बेटी सोनाक्षी सिन्हा। सोनाक्षी ने सलमान खान के साथ फिल्म दबंग से बतौर अदाकारा इसी साल अपने फिल्मी कैरियर की शुरूआत की और सोनाक्षी को बतौर अदाकारा बॉलिवुड़ दर्शकों ने काफी सराहा।इस फिल्म ने बॉक्स आफिस पर सफलता के साल के सारे रेकॉर्ड तोड दिया।हलॉकि 2010 की शुरूआत काफी धमाकेदार रही और साल के आखिरी पड़ाव तक आते-आते कुल 180 फिल्मों का निर्माण बॉलिवुड़ में हुआ। इनमें से कई फिल्में बड़ी बजट की थी तो कई मध्यम और छोटी बजट की फिल्में। बड़ी बजट की कई फिल्में इस साल बॉक्स आफिस पर औंधे मुंह गिर पड़ी तो कई फिल्मों ने बॉक्स आफिस पर सफलता का परचम भी लहराया। 2010 के शुरूआत में हीं बॉक्स आफिस पर प्रदर्शित फिल्म थ्री इडियट्स ने टिकट खिड़की से 114 करोड रुपये की कमाई कर बॉलिवुड़ को बड़ी सफलता की सौगात दे डाली।

2010 में कई बॉलिवुड़ फिल्मों का प्रदर्शन विदेशी धरती पर भी हुआ।इनमें से दबंग, थ्री इडियट्स, माय नेम इज खान, इश्किया, गोलमाल3, राजनीति, हाउसफुल, वन्स अपोन ए टाइम इन मुम्बई, आइ हेट लव स्टोरी, अनजाना-अनजानी, अतिथी तुम कब जाओगो, बदमाश कंपनी, खट्टा मीठा, पीपली लाइव के अलावा भी कई और शानदार फिल्में शामिल थीं।

साल 2010 में प्रदर्शित फिल्मों में छह सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म क्रमवार इस तरह रहीं थ्री इडियट्स को छोड़ दें तो सलमान खान अभिनीत फिल्म दबंग, अजय देवगन एवं मल्टीस्टारर फिल्म गोलमाल थ्री, रणवीर कपुर- अजय देवगन और मल्टीस्टारर फिल्म राजनीति, शाहरुख खान अभिनीत फिल्म माय नेम इज खान, अक्षय कुमार और मल्टीस्टारर फिल्म हाउसफुल, अजय देवगन और इमरान हाशमी अभिनीत फिल्म वन्स अपोन ए टाइम इन मुम्बई इन फिल्मों ने टिकट खिडकी पर मोटी कमाई का रेकॉर्ड बना डाला।

लेकिन 2010 में कई बड़ी बजट वाली फिल्मों को दर्शक ने नकारा भी। ऐसी फिल्मों में संजय लीला भंसाली की गुजारिश, मणिरत्नम की रावण, राकेश रोशन की काइट्स जैसी कई और फिल्में थीं जिन्होंने बॉक्स आफिस पर पानी तक नहीं मांगा।

फिल्मी पंड़ितों की माने तो 2010 में बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्रीज को करीब 350 करोड का नुकसान हुआ है। इसकी वजह रही फिल्मों की घिसी-पिटी पटकथा।रोबोट जैसी तकनिक प्रधान फिल्म को औसत सफलता मिली लेकिन भारतीय सिनेमा ने इसके जरिये एक

तकनिकी सिनेमा उधोग होने का दर्जा हासिल कर लिया, लेकिन इस फिल्म को हिन्दी दर्शक कम हीं मिल पाये।

श्रीमान पर्फेक्शनिस्ट आमिर खान की फिल्म थ्री इडियट्स की मोटी कमाई के बाद सलमान खान की दबंग ने पिछले साल 131 करोड़ की कमाई की वहीं शाहरुख खान माय नेम इज खान ने भी इस साल 80 करोड़ की कमाई की।

बॉलिवुड का पिछले साल का ऑकडा देखा जाये तो यह साल खान बंधुओं के नाम रहा, साथ हीं इस साल में अजय देवगन की किस्मत के सितारे भी दर्शकों के बीच खुब चमके।साल के सबसे पॉपुलर गाने के रूप में दबंग की मुन्नी बदनाम हुई ने लोगों की जुबान पर घर कर लिया। सलमान को अपने पूरे फिल्मी कैरियर में फिल्म दबंग के लिए बेस्ट एक्टर का पहला अवार्ड मिला।य़ह साल नामचीन फिल्म निर्देशकों से ज्यादा सफल नये फिल्म निर्देशकों के लिए रहा।

अगर इस साल के सबसे सफल अभिनेता की बात की जाऐ तो अजय देवगन का नाम इस फेहरिस्त में सबसे उपर आता है।उनकी गोलमाल थ्री, राजनीति, वन्स अपोन ए टाइम इन मुम्बई, अतिथी तुम कब जाओगो और आक्रोश ने टिकट खिड़की पर सफलता के झंडे गाड़े।

श्रीमान पर्फेक्शनिस्ट आमिर खान की होम प्रोडक्शन द्वारा प्रर्दशित फिल्म पीपली लाइव ने दर्शकों के बीच काफी बाहबाही बटोरी। इस फिल्म के एक गीत मंहगाई डायन खाये जात हैं श्रोताओं के बीच काफी लोकप्रिय हुआ।

लगातार दो तीन सालों से बॉलिवुड में कामयाबी का इतिहास रचने वाले अक्षय कुमार के लिए यह साल अच्छा नहीं रहा।अक्षय कुमार

की सभी फिल्मों को दर्शकों को एक सिरे से नकार दिया। लेकिन अक्षय कुमार की फिल्म तीस मार खां के एक गाने शीला की जवानी ने साल के आखिर में दर्शकों को अपनी तरफ खींचा लेकिन फिल्म को सफलता नहीं मिल पायी।

अभिनेत्रियों के लिए यह साल कुछ खास नहीं रहा क्योंकि टिकट खिड़की पर सफल होने वाली सभी फिल्में नायक प्रधान थीं केवल इश्किया में विधा बालन का किरदार हीं अपवाद रहा।

बच्चों को केंद्र में रखकर अजय देवगन के होम प्रोडक्शन की फिल्म टूनपुर का सुपरहिरो साल के आखिर में बच्चों को सौगात के रूप में मिली।

पिछले साल में हिन्दी फिल्म उधोग ने जितना कुछ कमाया उससे कहीं ज्यादा उसने खोया भी। पूरे साल में विवेक वासवानी, मैक मोहन और निर्मल पांड़े जैसे कलाकार हिन्दी सिने जगत को अलविदा कह गये जिससे हिन्दी फिल्म जगत में एक सन्नाटा छा गया जिससे उबर कर बाहर आना मुश्किल था।

पहली बार साल की टॉप दस फिल्मों ने सात सौ करोड़ की कमाई का रेकॉर्ड बना दिया।2010 की फिल्मों में मसाला फिल्मों के अलावा समाजिक, एक्शन, कॉमेडी और कथा प्रधान फिल्मों का मिलाजुला दौर रहा। लेकिन दर्शकों ने पूरी तरह से कॉमेडी फिल्मों को हीं बीते साल अपनी पलकों पर सजा कर रखा।

नए निर्देशकों को इस साल जो सफलता मिली वह सचमुच में अभुतपूर्व है। नए निर्देशकों में दबंग के लिए अभिनव कश्यप, इश्किया के लिए अभिषेक चौबे, आई हेट लव स्टोरीज के लिए पुनित मलहोत्रा, अतिथि तुम कब जाओगे के लिए अश्विनी धीर,

बदमाश कंपनी के लिए परमीत सेठी, तेरे बिन लादेन के लिए अभिषेक शर्मा को सफलता का स्वाद चखने का मौका दर्शकों की वाहवाही के चलते हीं मिल पाया।

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