मंगलवार, 28 दिसंबर 2010

लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक



लोकसभा की स्पीकर मीरा कुमार ने संसद के सभी दलों की बैठक 30-31 दिसम्बर को बुलाई है ताकि संसद की कार्यवाही में आये गतिरोध पर चर्चा की जा सके और संसद की

कार्यवाही आगे सुचारू रूप से चलने देने के लिए सभी दलों के प्रमुख नेताओं से विचार विमर्श हो सके गौरतलब है कि सदन की कार्यवाही में आये गतिरोध का कारण 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाला मामले में विपक्ष के हल्ला और हंगामा था। कारण एक हीं था विपक्ष द्वारा 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाला मामले में जेपीसी का गठन कर जॉच की मॉग लेकिन इस मॉग को मानने के लिए यूपीए सरकार तैयार नहीं हुई। जिसका नतीजा यह निकला की पिछले संसद सत्र में सदन की कार्यवाही बाईस दिनों तक नहीं चल पाई। संसद में हीं यह मॉग गतिरोध बनकर सीमित नहीं रह पाया बल्कि यह मॉग संसद से सडक तक पहूँच गया। इस मॉग ने सत्ताधारी पार्टी को परेशानी की हालत में ला खडा किया । ऐसे में सत्ताधारी पार्टी यह समझ चुकी है कि अगर इस मामले पर जल्द हीं विपक्ष को शांत नहीं किया गया तो मुमकिन है कि विपक्ष बजट सत्र में भी सदन की कार्यवाही नहीं चलने देगा । विपक्ष ने ऐसा स्पष्ट तौर पर संकेत सरकार को पहले हीं दे दिया है। सरकार को जब अपने बचाव का कोई रास्ता नहीं दिखा तो प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पीएसी अध्यक्ष को पत्र लिखकर पीएसी के सामने पेश होने की इच्छा जाहिर की। लेकिन इसके बाद भी जब विपक्ष का रूख नरम नहीं हुआ तो लोकसभा की स्पीकर मीरा कुमार को सर्वदलीय बैठक बुलाने की बात सोचनी पडी।

मीरा कुमार ने संसद में गतिरोध को दूर करने के लिए यह सर्वदलीय बैठक बुलाई है। खैर इस सर्वदलीय बैठक का नतीजा जो भी निकले लेकिन सरकार विपक्ष की जेपीसी की मॉग को मानने को तैयार नहीं है और दूसरी तरफ विपक्ष भी जेपीसी की अपनी मॉग को लेकर सरकार के सामने अड़ा है।

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