मंगलवार, 28 दिसंबर 2010

दादोज कोंडदेव की मूर्ति पर महाभारत




सोमवार को पूणे में पूणे नगर निगम द्वारा दादोज कोंडदेव की मूर्ति यहॉ के लाल महल से हटाने के बाद से बीजेपी, शिवसेना, और मनसे कार्यकर्ताओं और नेताओं का पूणे नगरपालिका के विरुद्ध कार्यवाही का सिलसिला रूकने का नाम हीं नहीं ले रहा है। दादोज कोंडदेव छत्रपति शिवाजी के गुरु माने जाते हैं। दादोज कोंडदेव की मूर्ति हटाये जाने की वजह से यहॉ की जनता उत्तेजित हो गई है। वैसे तो पूणे महाराष्ट्र का सबसे शांत शहर माना जाता है । लेकिन पूणे नगर निगम द्वारा दादोज कोंडदेव की मूर्ति यहॉ के लाल महल से हटाकर एक सार्वजनिक पार्क में स्थापित कर दिया गया जिसको लेकर आम जनता, बीजेपी, शिवसेना, और मनसे कार्यकर्ताओं और नेताओं में काफी रोष है।

शिवसेना ने आज पूणे बंद का आह्वान किया है जिसको बीजेपी, और मनसे का भी समर्थन मिल रहा है।2000 में मूर्ति लगने के बाद से यह विवाद शुरू हो गया था। संभाजी ब्रिगेड़ दस साल से इस मूर्ति को हटाने की मॉग कर रहे थे। सोमवार की ऱात को दो बजे पूरी सुरक्षा के बीच इस मूर्ति को हटाये जाने के बाद से इसका विरोध कर रहे लोगों ने शहर के मेयर ऑफिस पर भी हमला बोल दिया। लोगों ने मेयर ऑफिस में घुसकर फर्नीचर आदि भी तोड़ डाला। बीजेपी, शिवसेना, और मनसे समर्थकों के इस विरोध में हिंसक गतिविधियॉ भी दिख रही हैं।विरोधियों ने बंद के दौरान जमकर तोडफोड की कई गाडियों के शीशे तोड़ दिये कई जगह पथराव किया, पूणे-मुंबई एक्सप्रेस वे को जाम कर दिया साथ हीं साथ कई घंटों तक ट्रेनों के परिचालन में भी बाधा उत्पन्न की। बीजेपी, शिवसेना, और मनसे समर्थकों ने संभाजी ब्रिगेड़ के दफ्तर पर भी हमला बोल दिया।इस तरह की हिंसक गतिविधियों और हंगामे में 15 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है और कई लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है।

पूणे का यह लालमहल शिवाजी और उनकी मां जीजाबाई का महल है ऐसा बताया जाता है।यहीं पर शिवाजी का बचपन बीता था ऐसा जानकार मानते हैं। पूणे नगर निगम वहां

शिवाजी और उनकी मां जीजाबाई के साथ उनके पिता की मूर्ति लगाना चाहता है। इसलिए पूणे नगर निगम ने शिवाजी के गुरू माने जाने वाले दादोज कोंडदेव की मूर्ति यहॉ से हटा दी है।

पूणे नगर निगम के इस फैसले पर राज ठाकरे का कहना है कि उन सभी की मूर्तियों के साथ अगर दादोज कोंडदेव की मूर्ति भी वहॉ रहती तो कोई नुकसान नहीं था।राज इस काम से लिए राज्य की कांग्रेस सरकार को जिम्मेवार मानते हैं और कहते हैं कि कांग्रेस सरकार इतिहास की इस तरह की चीजों के साथ खेलकर जातिगत राजनीति का सिक्का जमाना चाहती है।राज ने इस मामले पर विशाल आंदोलन की बात कही थी जिस कारण उनके समर्थक आज बीजेपी, शिवसेना के समर्थन में आ खडे हुए हैं। बंद के दौरान शांति बनाये रखने के लिए 6000 पुलिसकर्मी तैनात किये गये हैं।

पूणे नगर निगम ने दादोज कोंडदेव की मूर्ति लाल महल से हटाये जाने की घोषणा पिछले सप्ताह हीं कर दी थी और तब से हीं इस विरोध ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया था।ज्ञात हो कि पूणे नगर निगम में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को बहुमत प्राप्त है।इस कारण पूणे नगर निगम को अपने फैसले के लिए बीजेपी, शिवसेना, और मनसे का कोपभाजन बनना पड़ रहा है।

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