रविवार, 12 दिसंबर 2010

आतंकी निशाने पर कई ठिकाने

वाराणसी बम धमाकों के बाद अब हूजी,लश्कर,इंडियन मुजाहद्दिन के मनसुबे सामने आने लगे हैं।

सूत्रों की माने तो इस साजिश को रचने से पहले की गई रेकी में भारत के कई महत्त्वपूर्ण स्थानों को इन आतंकियों ने कैमरे में कैद कर लिया।इसके बाद से आतंकी गतिविधियों का खतरा बढ़ने लगा था।इसकी जानकारी भी समय-समय पर भारतीय खुफिया एजेंसी केन्द्र और राज्य सरकारों को देती रहीं हैं। सूत्रों की माने तो छ: महीने में ताजमहल की तीन बार रेकी की गई। अभी हाल हीं में फ्रांस के राष्ट्रपति सरकोजी अपनी पत्नी कार्ला ब्रूनी के साथ भारत दौरे पर आये थे। सरकोजी पत्नी के साथ आगरा ताजमहल देखने भी गये थे। सूत्रों की माने तो सरकोजी तय समय से पहले हीं ताजमहल देखने चले गये नहीं तो शायद आतंकी आगरा में भी दहशत फैलाने से नहीं बाज आते।इसके ठीक बाद आतंकी वाराणसी में बम धमाका करने में कामयाब हुए ।हलांकि इसमें कुछ ज्यादा नुकसान नहीं हुआ,लेकिन दहशत का माहौल जरुर बन गया जो इन दहशतगर्दों का इरादा था।वो अपने इरादों में थोड़े बहुत कामयाब भी हुए । अब सूत्रों के मुताबिक दिल्ली, मुंबई,जयपुर सहित भारत के बारह शहर इन आतंकियों के निशाने पर हैं। पैलेस आँन व्हील्स को भी आतंकियों ने अपने निशाने पर रखा है। सूत्रों के हिसाब से नवंबर महीने में अंतिम बार हूजी ने रेकी की थी। वाराणसी बम धमाकों के बाद केन्द्र और राज्य पुलिस की जगह-जगह तालाशी के बाद अलग-अलग आतंकी संगठनों के कई सदस्य पकड़े गये।जिसके बाद पुलिस को इनके मनसुबों की खबर लग पाई। भारतीय खुफिया एजेंसियाँ हमेशा आतंकियों के मनसुबे से केन्द्र और राज्यों को आगाह करते रहे हैं। ऐसे में केन्द्र और राज्य सरकार की ये जिम्मेवारी बनती है कि वो देश की आंतरिक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करे, ताकि आतंकी अपने नापाक मनसुबों में कामयाब न होने पाये।

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