संसद में है हंगामा,
आरक्षण विल विधेयक का,
सस्ती राजनीति है इसमें,
धर्म,जाति और रिश्वत का,
सौ सवाल हैं राजनीति के,
जबाब एक बस धर्म जाति है,
इस को हीं आधार मानकर,
देश राज्य में बॉटी जाती है,
जनता की चिन्ता छोड़,
ये विदेश भ्रमण की बात करेंगे,
देश की अर्थव्यवस्था को,
गरीबी की भट्टी में झोंक हीं देंगे,
सपने भविष्य निर्माण के दिखाकर,
वोट सारे लूट हीं लेंगे,
नेता बने घुम रहे हैं,
सत्य से ज्यादा झुठ कहेंगे,
अबकी बारी पूरी तैयारी,
जनता फिरेगी मारी-मारी,
रोटी को तरसेगी जनता,
पानी को तरसेगी धरती सारी,
लेकिन नेता तो बैठेंगे गद्दी पर,
जनता की होगी हार करारी,
फिर से चुनावी जंग छिड़ेगा,
जनता फिर से खुश हुई रहेगी,
अबकी बारी होगी दूसरी पारी,
अत्याचारी करेंगे अत्याचार भारी,
समस्याऐं बढ़ेगी बढ़ेंगी लाचारी,
भुख, गरीबी के संग बढ़ेगी बेरोजगारी,.
ऐसी है यह सरकारी गाड़ी,
जिसकी चक्का जनता प्यारी।
---------------------------------------------------------------------(गंगेश कुमार ठाकुर)
ऐसा देश है मेरा के माध्यम से मैं आप तमाम पाठक से जुड़ने की भरपुर कोशिश कर रहा हूँ चूँकि मैं इस जगत में आपका नया साथी हूँ इसलिए आशा करता हूँ कलम के जरिये उभरे मेरे भावना के पुष्पों को जो मैं आपके हवाले करता हूँ उस पर अपनी प्रतिक्रिया के उपहार मुझे उपहार स्वरूप जरूर वापस करेंगे ताकि मैं आपके लिए कुछ बेहतर लिख सकूँ। ..................................आपकी टिप्पणियों की प्रतीक्षा में ...........................................आपका दोस्त """गंगेश"""
मंगलवार, 15 मार्च 2011
सरकार
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